TRINIDAD AND TOBAGO : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 8 दिनों के पांच देशों के विदेशों दौरे के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे. यहां इनका भव्य स्वागत किया गया. पीएम मोदी यहां दो दिवसीय दौरे पर हैं.
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यहां पहुंचने पर पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है. उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि उनके पूर्वजों ने जो कष्ट झेले, वे सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया.
त्रिनिदाद और टोबैगो में पीएम मोदी ने गुरुवार को कोउवा के नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम में एक सामुदायिक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की. बता दें, प्रधानमंत्री, जिनका कैरेबियाई देश में पहला कार्यक्रम भारतीय समुदाय के साथ था, ने कहा कि यह पूरी तरह से स्वाभाविक लगता है, क्योंकि ‘हम एक परिवार का हिस्सा हैं.’ त्रिनिदाद और टोबैगो की जनसंख्या लगभग 13 लाख है, जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के हैं. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन रामायण को अपने दिल में रखा. उन्होंने उन्हें ‘एक कालातीत सभ्यता का संदेशवाहक’ बताया. पीएम मोदी ने कहा कि यहां उपस्थित कई लोगों के पूर्वज बिहार से आए हैं. बिहार की विरासत भारत के साथ-साथ दुनिया का भी गौरव बढ़ा रही हैं.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समुदाय के सदस्यों के योगदान से त्रिनिदाद और टोबैगो को ‘सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से’ लाभ हुआ है. प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सहित देश में भारतीय मूल की प्रमुख हस्तियों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि गिरमिटिया के वंशज अब संघर्ष से नहीं, बल्कि उनकी ‘सफलता, सेवा और मूल्यों’ से पहचाने जाते हैं. गिरमिटिया ब्रिटिश भारत से आए गिरमिटिया मजदूर थे, जिन्हें भारतीय गिरमिटिया प्रणाली के तहत फिजी, दक्षिण अफ्रीका, पूर्वी अफ्रीका (अर्थात् मॉरीशस, सेशेल्स, तंजानिया, केन्या और युगांडा), मलेशिया, सिंगापुर और कैरिबियन के बागानों में काम करने के लिए भेजा जाता था.
त्रिनिदादा और टोबैगो में पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया भर में गिरमिटिया समुदाय का एक व्यापक डेटाबेस बनाने के लिए काम चल रहा है. मोदी ने कहा कि अतीत और वर्तमान के बीच दोनों देशों के बीच मित्रता ‘और भी मजबूत हुई है.’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे संबंध भूगोल और पीढ़ियों से कहीं आगे तक फैले हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी हमारा गौरव हैं. जैसा कि मैंने अक्सर कहा है, आप में से प्रत्येक व्यक्ति राष्ट्रदूत है – भारत के मूल्यों, संस्कृति और विरासत का राजदूत.
मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है. ‘जल्द ही हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे.’ ‘जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह दुनिया के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी हो. उन्होंने कहा कि आज का भारत अवसरों की भूमि है, भारत के पास देने के लिए बहुत कुछ है. बता दें, मोदी से पहले समुदाय को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री प्रसाद-बिसेसर ने कहा कि भारतीय नेता को शुक्रवार को कैरेबियाई देश के सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया जाएगा.
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